यह पुस्तक “मुख़्तसर सही बुख़ारी”, जिसका नाम “अत्तजरीदुस्सरीह लि-अहादीसिल जामिइस्सहीह” है, क़ुरआन करीम के बाद सबसे विशुद्ध और विश्वसनीय किताब सही बुख़ारी का संक्षेप है। इसमें इमाम अज़्ज़ुबैदी ने सहीह बुखारी की हदीसों को बिना तकरार के व बिना सनदों के उल्लेख किया है; ताकि बिना कष्ट के उसको याद करना आसान हो जाए। जो हदीस कई बार आई है उसे उसके पहले स्थान पर बाक़ी रखा है, यदि दूसरे स्थान पर उसमें कोई वृद्धि है तो उसे उल्लेख किया है अन्यथा नहीं। अगर एक मुख्तसर हदीस के बाद दूसरी जगह वह तफ्सील और वृद्धि के साथ आई है तो दूसरी हदीस को वर्णन किया है। तथा केवल उसी हदीस का चयन किया है जो सहीह बुख़ारी में मुत्तसिल व सनद के साथ है। मक़तूअ या मुअल्लक़ हदीस को छोड़ दिया है। यह पुस्तक इस किताब के उर्दु अनुवाद से हिंदी में रुपांतरित की गई है।