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उस आदमी की ओर से हज्ज का हुक्म जिसने लापरवाही से हज्ज नहीं किया

الهندية - हिन्दी

المؤلف मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन ، अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
القسم مقالات
النوع نصي
اللغة الهندية - हिन्दी
المفردات الإنابة في الحج
आदरणीय शैख मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन रहिमहुल्लाह से प्रश्न किया गया कि एक आदमी की मृत्यु हो गयी और उसने हज्ज नहीं किया, जबकि वह चालीस साल का था और हज्ज करने पर सक्षम था। हालांकि वह पाँच समय की नमाज़ों की पाबंदी करनेवाला थ। वह हर साल कहता था कि : इस साल मैं हज्ज करूँगा। उसकी मृत्यु हो गयी और उसके वारिस हैं, तो क्या उसकी तरफ से हज्ज किया जायेगा? और क्या उसके ऊपर कोई चीज़ अनिवार्य है?

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उस आदमी की ओर से हज्ज का हुक्म जिसने लापरवाही से हज्ज नहीं किया
उस आदमी की ओर से हज्ज का हुक्म जिसने लापरवाही से हज्ज नहीं किया