البحث

عبارات مقترحة:

المحسن

كلمة (المحسن) في اللغة اسم فاعل من الإحسان، وهو إما بمعنى إحسان...

الحي

كلمة (الحَيِّ) في اللغة صفةٌ مشبَّهة للموصوف بالحياة، وهي ضد...

الرحيم

كلمة (الرحيم) في اللغة صيغة مبالغة من الرحمة على وزن (فعيل) وهي...

अपनी लाभदायक उम्र कैसे बढ़ाएँ?

الهندية - हिन्दी

المؤلف محمد بن إبراهيم النعيم ، अताउर्रहमान अब्दुल्लाह सईदी
القسم كتب وأبحاث
النوع نصي
اللغة الهندية - हिन्दी
المفردات الإدارة
इस पुस्तक में संक्षेप के साथ उन अधिकांश नेक कार्यों का उल्लेख किया गया है जिनका अज्र व सवाब (पुण्य) आपके लिए एक अतिरिक्त आयु की वृद्धि करेगा, ताकि नेकियों से भरपूर आपका उत्पादक उम्र आपके कालानुक्रमिक उम्र से बड़ी हो जाय। यह किताब एक माइक्रोस्कोप के समान है जो हमारी नज़रों के सामने कई ऐसी हदीसों का एक नया महत्व उजागर करती है जिन्हें हम कभी-कभार पढ़कर बिना मननचिंतन के ही गुज़र जाते हैं। यह किताब तीन अध्यायों पर आधारित हैः प्रथमः उम्र बढ़ाने का महत्व और उसकी अवधारणा दूसराः उम्र को बढ़ाने वाले कार्य, और इसमें चार विषय हैं : पहला विषयः नैतिकता के द्वारा दीर्घायु करना. दूसरा विषय: कई गुना अज्र व सवाब वाले कार्यों द्वारा दीर्घायु करना. तीसरा विषय: मौत के बाद निरंतर जारी रहनेवाले सवाब के कार्यों द्वारा दीर्घायु करना. चौथा विषय: समय का सही उपयोग करके आयु को लम्बी करना। तीसरा अध्याय: नेकियों से भरपूर उत्पादक उम्र की रक्षा करने का तरीक़ा