यह किताब एक हक़ के तलाश करने वाले की दासतान है जिस ने सत्य के खोज में एक लंबा समय बिताने के बाद एक दिन सत्य को स्वीकार करने पर मजबूर हो गया, उसकी यह दासतान हिन्दी पाठकों की सेवा में प्रस्तुत की जा रही है ताकि सत्य के खोजियों के लिये इसे पढ़ कर राह आसान हो जाये।